यूरिक एसिड मरीजों के लिए बेहद कारगर हैं तुलसी की पत्तियां, जानें इस्तेमाल का सही तरीका

 


डायबिटीज के बाद आजकल लोग सबसे ज्यादा जिस बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं वो है यूरिक एसिड (Uric Acid)। यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो शरीर में तब बनता है जब प्यूरिन नाम का तत्व ब्रेकडाउन हो जाता है। डॉक्टरों की मानें तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर समय रहते इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में अगर आप भी बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कम करना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है क्योंकि आज हम आपको एक घरेलू नुस्खे के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे अपनाकर आप यूरिक एसिड को नियंत्रित कर सकते हैं। जी हां, यह घरेलू नुस्खा तुलसी के पत्तों का है। आइए जानते हैं तुलसी के पत्ते किस तरह से यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है। साथ ही जानिए इसके इस्तेमाल का सही तरीका।


यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार तुलसी

औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता हैं। इसमें अलसोलिक एसिड, यूजेनॉल और एंटी ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है जोकि यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में सहायक होता है।

तुलसी का सेवन करने के अन्य फायदे:
पाचन शक्ति होगी मजबूत

तुलसी की पत्तियों में विटामिन ए, विटामिन डी, आयरन, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पाचन की प्रक्रिया को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह इम्युनिटी को भी बूस्ट करने का काम करता है।

तुलसी की पत्तियों में हाइपोग्लाइसेमिक लेवल कंट्रोल करने वाले गुण पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने का काम करता है। इसके लिए तुलसी की कुछ पत्तियां लेकर एक गिलास पानी में रातभर डुबोकर रख दें। उसके बाद सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।

सर्दी जुकाम में कारगर

अगर आप सर्दी-जुकाम की समस्या से परेशान हैं तो ऐसे में नियमित रूप से तुलसी की पत्तियां चबाएं क्योंकि इसमें इम्यूनिटी बूस्टर होने की वजह से हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करती है।

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