राष्ट्रपति भवन में उपायुक्त रह चुके IPS वेद प्रकाश सूर्या छतीसगढ़ में संभालेंगे NIA की कमान

 


रायपुर। कल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रायपुर में केंद्रीय अन्वेषण अभिकरण यानी एनआईए कार्यालय का उदघाटन किया। यहां एनआईए की कमान अब 2009 बैच के एजीएमयूटी कैडर के आईपीएस वेद प्रकाश सूर्या सम्हालेंगे। एनआईए आतंकवाद व देश विरोधी मामलों की जांच करती है।


2009 बैच के आईपीएस वेद प्रकाश सूर्या पूर्व में नार्थ ईस्ट जिले दिल्ली के डीसीपी रह चुके हैं। वहां दिल्ली में 2020 में हुए दंगो से निपटने में उन्होंने प्रभावी भूमिका निभाई थी। बाद में उनकी पोस्टिंग राष्ट्रपति भवन में उपायुक्त के रूप में भी हुई। इसी साल 21 मार्च को उन्हें एनआईए में पांच वर्ष के लिए डेपुटेशन पर भेजा गया है। उनके बैच के छतीसगढ़ प्रदेश में सिर्फ एक ही आईपीएस अमित तुकाराम कांबले हैं जो अंबिकापुर एसपी रह चुके हैं। वेद प्रकाश सूर्या के पिता भी पुलिस अधिकारी रहें हैं। वे छतीसगढ़ी के दुर्ग भिलाई में भी पोस्टेड रहे हैं।

एनआईए का दफ्तर राजधानी के हाउसिंग बोर्ड के एक किराए के मकान मे संचालित था। नया रायपुर के सेक्टर 24 में केंद्रीय सचिवालय के पास तीन मंजिला दफ्तर का निर्माण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग में 18 करोड़ की लागत से किया है। इसमें एजेंसी के सभी विभागों के साथ ही डाटा बेस व सर्वर बनाया जाएगा। जिसमें आतंकी घटनाओं व विस्फोटों का पूरा डाटा रहेगा जिसे राज्य से साझा किया जाएगा। अभी राज्य के 18 राज्यों में एनआईए का मुख्यालय हैं। छतीसगढ़ में एनआईए का आवासीय परिसर भी बन रहा है।

2019 से ज्यादा ताकतवर हो गई हैं एनआईए

26 नवंबर 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद यूपीए सरकार ने एनआईए का गठन किया था। जो आतंकवाद से जुड़े 8 तरह के मामलों की जांच करती थी। 2019 में एनआईए अधिनियम में संसोधन कर इसमें साइबर क्राइम व मानव तस्करी की जांच को भी जोड़ दिया गया। केंद्र सरकार की मंशा इसे और भी सशक्त कर उन सब मामलों की जांच करने का अधिकार देने की है जिसमे राज्य पुलिस जांच के लिए सक्षम है। अभी एनआईए नार्थ ईस्ट, जम्मू कश्मीर, वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ अभियान चला रही है। छतीसगढ़ में भी झीरम कांड की जांच एनआईए को सौपी गई थी। केंद्र सरकार की योजना है कि अगले आम चुनावों तक देश के हर राज्य मे एनआईए का मुख्यालय हो।

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