इंदौर जिले के मछली पालकों को आधुनिक एवं उन्नत तकनीक से जोड़ने के लिये दो करोड़ रूपये के साधन एवं सुविधाएं उपलब्ध कराई गई

 इंदौर जिले के 250 मछली पालकों को आधुनिक एवं उन्नत तकनीक से जोड़ने के लिये दो करोड़ रूपये से अधिक राशि के आधुनिक साधन एवं सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। जल संसाधन तथा मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री  तुलसीराम सिलावट ने इन मछली पालकों को आज यहां सांवेर में आयोजित विशाल मछुआ सम्मेलन में उक्त साधन एवं सुविधाएं वितरित की। 



इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक  राजेश सोनकर, प्रमुख सचिव मत्स्य पालन  कल्पना श्रीवास्तव, प्रबंध संचालक मत्स्य विकास  पुरुषोत्तम धीमान, अपर सचिव मछुआ कल्याण  अनुराग चौधरी, संचालक मत्स्य पालन  भारत सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष  रीना मालवीय, जनपद अध्यक्ष रामकन्या बाई सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में मछुआ समाज के लोग उपस्थित थे।


  जल संसाधन, मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री  तुलसीराम सिलावट के मुख्य आतिथ्य में आयोजित सम्मेलन का मां सरस्वती और राजा केवट के  चित्र के समक्ष दीप प्रजवलित और  कन्या पादपूजन के साथ शुभारंभ हुआ। 


मंत्री  सिलावट ने सांवेर मछुआ सम्मेलन में कहा की आज का दौर परिवर्तन एवं तकनीक का युग है। इसको देखते हुये मछली पालकों को भी मछली पालन के आधुनिक तौर-तरीके सिखाये जा रहे है। उन्हें आधुनिक एवं उन्नत तकनीक से जोड़ने के लिये साधन एवं सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के सभी वर्ग के कल्याण के लिए काम कर रही हैं । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के निर्देश में मछुआ समाज के लिये अनेक योजना का लाभ इस समुदाय के लोगों को दिया जा रहा हैं। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुसार समाज के सबसे पिछड़े वर्ग के लोगो को रोजगार संपन्न और आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। मंत्री  सिलावट ने सांवेर में एक नया मछली मार्केट बनाने और सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा भी की। 


मंत्री  सिलावट ने कहा की आधुनिक युग में प्रदेश में नए तरीके से मछली पालन का काम शुरू कराया गया है। केवट समाज के लोगो के लिए यह सरकार कृत संकल्पित होकर कामकर रही है। मछुआ समाज के युवाओं को नई मोटर साईकिल दी जा रही है, जिससे उन्हें व्यवसाय में मदद मिले। मछुआ समाज कल्याण के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संबल विकास योजना का लाभ भी आज सांवेर के मछुआरों को दिया जा रहा है। विगत 5 वर्षों में मछुआ समाज की 667 बालिकाओं को मीनाक्षी योजना में विवाह के लिए 20-20 हजार रूपये की को राशि प्रदान की गई है।  सिलावट ने कहा की हमारा समाज केवट समाज का सदैव ऋणी है। आज भी पूरा विश्व उनका आभार व्यक्त करता है। केवट समाज के लोगों को सम्मानित कर हम स्वयं भी सम्मानित हो रहे है।  राजा केवट ने  जगत के पालनहार श्री राम प्रभु , माता सीता, भाई लक्ष्मण को गंगा पार कराया । आज हम उस समाज के भाईयो के लिए कुछ कर सके तो हम सब गौरांवित महसूस करेंगे।


मंत्री सिलावट ने बताया की मछुआ समाज के मछली का व्यवसाय करने वालो 25 युवाओं को मोटर साईकिल और स्कूटर आइस बॉक्स के साथ प्रदान की गई है। 150 से अधिक मछुआ भाईयो को मछुआ किट प्रदान की गई। जिससे युवाओं को घर बैठे ही रोजगार उपलब्ध होगा और लोगो को फ्रेश मछली मिल सकेगी। साथ ही मछली विक्रय  के लिए दो किसानों को फिश कियोस्क स्थापना के लिए 12 लाख रूपए दिए गये है। हैचरी निर्माण के लिए 15 लाख रूपए, फिश मिड मिल के लिए 78 लाख रूपए की मदद प्रदान की गई। इसी तरह 10 ऐसे मत्स्य पालक/ किसान जो अपने खेत में मछली पालन के लिए तालाब निर्माण करना चाहते हैं, उन्हें 44 लाख रूपए की, बायोफ्लाक पॉण्ड निर्माण के लिए 11 लाख रूपए की मदद दी गई है। इसी तरह 50 मछुआरों को क्रेडिट कार्ड भी दिया गया है। 150 मछुआरों को 5 लाख रूपए लागत की मछुआ जाल किट दी गई है।


 पूर्व विधायक  राजेश सोनकर ने कहा की देश में प्रदेश की सरकार नंबर एक पोजिशन पर है। आधारभूत संरचना, गरीबों के लिए चल रही हितग्राही योजना, में प्रदेश एक नंबर पर है। प्रदेश में सबसे संवेदनशील सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री  चौहान परिवार के सदस्य के रूप में काम करते है, सबके लिए चिंतित रहते है और अधिक से अधिक मदद करने की उनकी सोच से हम सब बहुत कुछ सीखते है और समाज सेवा में लगे रहते है। कार्यक्रम को प्रमुख सचिव मत्य्  पालन  कल्पना श्रीवास्तव, संचालक मत्स्य पालन  भरत सिंह और अन्य जन प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया।






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