02 अगस्त 2023
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के आयुष विभाग में आने वाले मरीजों को दवाओं के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। यह दवाएं अब एम्स परिसर में ही आसानी से मिलेंगी। कुछ ही दिनों में यह दवाएं आयुष विंग के मेडिकल स्टोर में मिलना शुरू हो जाएंगी। इसे लेकर सेटअप को तैयार कर लिया गया है। मालूम हो कि एम्स के आयुष विभाग में छह ओपीडी हैं, जिनमें प्रतिदिन 500 से ज्यादा मरीज पहुंचते हैं। दवा काउंटर न होने से इन मरीजों को बाहर मौजूद निजी स्टोर से दवाएं खरीदनी पड़ती थीं।
आयुष विंग में रक्तचाप, चर्बी का ज्यादा होना, सिरदर्द और माइग्रेन, आस्टियोआर्थराइटिस, पीठ दर्द और कूल्हे का दर्द (लम्बागो), गठिया, मांसपेशियों का दर्द, फाइब्रोमायल्गिया और फाइब्रोसाइटिस, प्लांटार फासिसाइटिस, गर्दन और कंधे में दर्द, सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस के मरीज ज्यादा आते हैं। इन बीमारियों की दवाएं महंगी आती हैं। ऐसे में गरीब मरीजों के लिए यह दवा खरीदना मुश्किल भरा होता था। एम्स में इन बीमारियों की दवाएं बाजार से कम दाम में मिलेंगी |
ये होंगे फायदे
- मरीजों को दवा खरीदने के लिए कहीं भटकने की जरूरत नहीं होगी।
- ओपीडी में पहुंच रहे मरीजों को 10 से 30 प्रतिशत छूट के साथ दवाएं मिलेंगी।
- मरीजों का समय बचेगा और बेवजह की भागदौड़ से राहत मिलेगी।
- उच्च स्तर की दवाएं मरीजों को उपलब्ध हो सकेंगी।
अमृत फार्मेसी के तहत दवा वितरण केंद्र खोलने की तैयारी है। दुकान का आयुष विभाग में ही सेटअप को तैयार कर लिया गया है। इससे मरीजों को काफी मदद मिलेगी।
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