नाले के पानी से अब दूषित नहीं होगी केलो नदी

रायगढ़। नाले के गंदे पानी से अब केलो नदी दूषित नहीं होगी। टीपाखोल डेम वेस्ट वियर गेट खराब होने के कारण चांदनी चौक स्थित इंटरसेक्शन प्वाइंट में क्षमता से अधिक नाले से पानी आता था, जिस कारण बाकी इंटरसेक्शन प्वाइंट से पानी ओवर फ्लो होकर नदी में मिलता था। इसमें वेस्ट वियर गेट की मरम्मत कराई गई। इससे अब क्षमता से ज्यादा नाले में पानी आने और ओवर फ्लो की समस्या खत्म हो गई है।

शहर के नालों के पानी को ट्रीटमेंट करने और साफ पानी केलो नदी में छोडऩे के लिए 25 एवं 7 एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है। इसमें नदी के दोनों ओर के नालों के पानी को सक्शन करने और ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाने के लिए 6-6 इंटरसेक्शन प्वाइंट बनाए गए हैं। चांदनी चौक स्थित इंटरसेक्शन से क्षमता से अधिक पानी आने की समस्या बनी हुई थी, जिसके कारण अन्य इंटरसेक्शन से नाले का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर नदी में मिल रहे थे। इसके स्थाई निराकरण के लिए पिछले दिनों जल संसाधन एवं निगम के इंजीनियर्स द्वारा एसटीपी के सभी इंटरसेक्शन पॉइंट की जांच की गई। चांदनी चौक इंटरसेक्शन प्वाइंट से लेकर इसके शुरू होने यानी टीपाखोल डेम तक निरीक्षण किया गया। 

निरीक्षण के दौरान टीपाखोल वेस्ट वेयर का गेट और जाली खराब मिला। इससे गेट खुले रहने के कारण डेम का पानी सीधे नाले में आ रहा था, यही वजह थी की चांदनी चौक इंटरसेक्शन प्वाइंट से नल का गंदा पानी क्षमता से अधिक ट्रीटमेंट प्लांट को मिल रहा था। इससे सभी इंटरसेक्शन प्वाइंट से पानी ओवरफ्लो हो रहे थे और नदी में मिल रहे थे।

निरीक्षण के बाद टीपाखोल डेम वेस्ट वियर के गेट की मरम्मत कराई गई। वर्तमान में पूर्व की भांति क्षमता के अनुरूप नाले का गंदा पानी ट्रीटमेंट इंटरसेक्शन प्वाइंट में आ रहा है। इसी तरह अन्य इंटरसेक्शन प्वाइंट से ओवरफ्लो की समस्या भी खत्म हो गई है। अब नदी के दोनों ओर के सभी 6-6 इंटरसेक्शन प्वाइंट से सत प्रतिशत नाले के गंदे पानी को 25 एमएलडी एवं 7 एमएलडी प्लांट से ट्रीटमेंट कर साफ पानी नदी में पानी छोड़ा जा रहा है।

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