महासमुंद । जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद मोहन राव सावंत के दिशानिर्देशन एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रकाशचंद्र मांझी के मार्गदर्शन में विकासखंड सरायपाली के विद्यालयों को चार जोन - सरायपाली, पाटसेन्द्री, तोरेसिंहा, सिंघोड़ा बनाकर 257 प्राथमिक शाला एवं 90 उच्च प्राथमिक शाला के मध्यान्ह भोजन बनाने वाले रसोइयों को आमंत्रित कर प्रशिक्षित किया गया। बीईओ प्रकाशचंद्र मांझी द्वारा प्रशासनिक कसावट लाते हुए बच्चों के सुपोषण हेतु ताजा गरम,पौष्टिक भोजन मुहैया कराने शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के पूर्व ही रसोईयों को कीचन शेड की साफ सफाई,कीचन में सामग्रियों की उचित रखरखाव करने, एहतियातन विगत सत्र के बचे हुए खाद्य सामग्रियों/मसाले,हल्दी आदि सामानों को उपयोग पर न लाने,स्कूल खुलने से पहले ही मध्याह्न भोजन प्रदायगी व्यवस्था को व्यवस्थित दुरुस्त करने एवं शाला स्तर पर पोषण वाटिका/कीचन गार्डन बनाने आदि के लिए रसोईयों को कुशल मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया।
जोन स्तर पर प्रशिक्षकों द्वारा रसोईयों को रसोई घर की नियमित साफ - सफाई संबंधी आवश्यक जानकारी देते हुए तीन बिन्दुओ में सारगर्भित जानकारी दिया गया जिसमें भोजन बनाने से पूर्व,भोजन बनाते समय एवं भोजन परोसते समय आवश्यक सावधानियां बरतने ट्रेनिंग दी गई साथ ही बर्तनों की साफ सफाई एवं उचित रखरखाव,विभिन्न सामग्रियों का जांच /परीक्षण करने संबंधी आवश्यक दिशानिर्देश दिया गया।बच्चों को भोजन परोसने के पूर्व अनिवार्य रूप से चखने, बच्चों को बैठाकर व्यवस्थित भोजन कराने, भोजन निर्माण की सतत निगरानी रखने, भोजन को खुले में न रखने, किसी भी परिस्थिति में दूषित/जहरीला/विषाक्त भोजन बच्चों को न परोसने,दाल/सब्जी/भोजन आदि की गुणवत्ता अच्छा रखने, स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने,कीचन शेड में पर्याप्त रोशनी एवं हवा निकासी हेतु रोशनदान की व्यवस्था रखने,चावल की समुचित साफ सफाई के साथ भण्डारण रखने, भोजन उपरांत थाली गिलास बर्तनों की सफाई एवं उचित रखरखाव करने प्रशिक्षण दिया गया। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण कार्यक्रम अंतर्गत मध्याह्न भोजन योजना अन्तर्गत नियमानुसार प्राथमिक और मिडिल स्कूलों के विद्यार्थियों को दोपहर का भोजन निःशुल्क प्रदान किया जाता है।
जो विद्यार्थियों के नामांकन बढ़ाने,प्रतिधारण और उपस्थिति बढ़ाने तथा पोषण स्तर में सुधार करने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा है।मध्याह्न भोजन स्किम विद्यार्थियों के ज्ञानात्मक, भावात्मक, शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास में सहायता करता हैं। रसोईयों को प्रशिक्षण देने प्रशिक्षक मण्डल में सर्व सीएसी - कैलाशचन्द्र पटेल, प्रभात मांझी, सुशील चौधरी, कामता पटेल, कृष्णचंद्र पटेल, लालभूषण पाढ़ी, हारून गार्डिया,नेहरूलाल चौधरी शामिल रहे।
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