रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए प्रोजेक्ट "छाँव" की शुरुआत सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रायपुर संभागायुक्त महादेव कावरे थे, कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके पश्चात मुख्य अतिथि कावरे ने सभी डॉक्टरों को पुष्प भेंट कर उनका स्वागत किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के मार्गदर्शन में लगातार स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।
साथ ही शासकीय अधिकारी कर्मचारियों सहित आम जन के कल्याण के लिए कार्य किया जा रहा है | प्रोजेक्ट "छाँव" जिला प्रशासन की एक सराहनीय पहल है, जिसमें राजस्व विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा उनके परिवारजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि प्रोजेक्ट "छाँव" शासकीय कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए प्रारंभ किया गया है। विभागों के अधिकारी और कर्मचारी सदैव जनसेवा में व्यस्त रहते हैं, इसलिए वे स्वयं और अपने परिवार के स्वास्थ्य की जाँच नहीं करवा पाते। मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार सभी का स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित किया जा रहा है। इसी कड़ी में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत आज राजस्व विभाग से की गई।
इस स्वास्थ्य शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, श्रम कार्ड जैसी आवश्यक सेवाएँ भी उपलब्ध कराई गईं। कलेक्टर डॉ सिंह ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से हम एक स्वस्थ और सशक्त समुदाय का निर्माण करना चाहते हैं। प्रोजेक्ट छांव में कलेक्टर से लेकर कोटवार तक सभी अपने परिवारजन सहित शामिल हुए | इस दौरान कलेक्टर डॉ गौरव सिंह की धर्मपत्नी एवं माताजी ने मैमोग्राफी सहित अन्य स्वास्थ्य जांच करवाई | इस अवसर पर डॉ. गौरव सिंह ने सभी हेल्थ काउंटरों, बालको मेडिकल सेंटर की मोबाइल कैंसर डिटेक्शन वैन एवं एमजीएम आई हॉस्पिटल की मोबाइल आई क्लिनिक का निरीक्षण भी किया।
यह प्रोजेक्ट "छाँव" शासकीय कर्मचारियों और उनके परिवारों के समग्र कल्याण के प्रति शासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और एक स्वस्थ, सशक्त समाज के निर्माण में सहायक सिद्ध होगा। शिविर के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा पाँच कोटवारों को मौके पर ही श्रमिक कार्ड बनवाकर प्रदान किए गए। कोटवार संघ द्वारा जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया गया। महिलाओं के लिए मैमोग्राफी जांच :- मैमोग्राफी (Mammography) एक विशेष प्रकार की एक्स-रे जांच है जो महिलाओं की स्तनों (ब्रेस्ट्स) की जांच के लिए की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य स्तन कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में पहचान करना होता है, जब लक्षण अभी दिखाई नहीं देते हैं।
सोनोग्राफी (Sonography) एक गैर-विकिरण आधारित जांच है जिसमें ध्वनि तरंगों का उपयोग कर शरीर के अंदरूनी अंगों की छवि बनाई जाती है। जिससे बीमारी का पता लगाया जा सके। इको हार्ट की सोनोग्राफी है। इसमें हाई-फ्रीक्वेंसी साउंड वेव्स का उपयोग कर दिल की धड़कन, वाल्व्स, चेम्बर्स और ब्लड फ्लो को देखा जाता है। ECG मशीन आपके शरीर पर लगाए गए इलेक्ट्रोड्स के माध्यम से दिल की धड़कनों को रिकॉर्ड करती है।
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