मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पहुँचे घटनास्थल, राहत-बचाव कार्य तेज, डीएनए से होगी पहचान

 


जैसलमेर। राजस्थान के जैसलमेर में मंगलवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक प्राइवेट बस (RJ 09 PA 8040) में अचानक आग लग गई, जिससे बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ ही मिनटों में आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। हादसा इतना भीषण था कि बस पूरी तरह जलकर राख हो गई।

सूत्रों के मुताबिक, बस में करीब 57 यात्री सवार थे, जिनमें से अब तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। कई यात्री गंभीर रूप से झुलसे हैं जिन्हें इलाज के लिए जोधपुर और जैसलमेर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

थईयात गांव के पास हुआ हादसा

जानकारी के अनुसार, हादसा मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे जैसलमेर-जोधपुर राजमार्ग पर थईयात गांव के पास हुआ। बस जैसलमेर से जोधपुर की ओर जा रही थी, तभी वार म्यूजियम के पास अचानक पीछे के हिस्से से धुआं निकलने लगा। चालक ने जैसे ही बस को किनारे रोका, आग ने पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया।

स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तुरंत रेस्क्यू शुरू किया। दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस लगभग पूरी तरह जल चुकी थी।

घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। झुलसे यात्रियों को तुरंत जैसलमेर के जवाहर अस्पताल में भर्ती कराया गया।

गंभीर रूप से घायल 16 यात्रियों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जोधपुर के अस्पतालों में रेफर किया गया। इनमें 2 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल हैं।

जोधपुर पहुंचे घायलों में शामिल हैं:

हुसैन (मृतक), महिपाल सिंह, यूनुस, ओमाराम, इकबाल,

रफीक, अस्मिता, पीर मोहम्मद, आशाबाई, लक्ष्मण,

ओबेदुल्ला, विशाखा, आशीष, जीवराज और मनोज भाटिया।

जोधपुर अस्पताल में डॉक्टरों की टीम लगातार इनका इलाज कर रही है। जिला प्रशासन ने परिजनों को सूचित करने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

इस दर्दनाक हादसे ने पूरे राजस्थान को झकझोर दिया है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि “यह बेहद दुखद घटना है। सरकार की पूरी टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी है।”

सीएम विशेष विमान से जैसलमेर पहुंचे, जहां उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अस्पताल में घायलों से मुलाकात की।

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा —

“यह अत्यंत पीड़ादायक समाचार है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि झुलसे लोगों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले।”

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, और सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने भी हादसे पर शोक जताया है और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है।

20 लोगों की मौत की पुष्टि

डीएनए जांच से होगी मृतकों की पहचान

इसके अलावा जोधपुर रेफर किए गए घायलों में से एक यात्री की भी मौत हो गई है, जिससे मृतकों की कुल संख्या 20 पहुंच गई है।

सेना और स्थानीय लोगों ने की मदद

हादसे के बाद स्थानीय लोग, पुलिस और सेना के जवान मौके पर पहुंच गए और बचाव अभियान चलाया।

जोधपुर रोड को हादसे के कारण कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा।

दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद रहीं और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

हेल्पलाइन नंबर जारी

जिला प्रशासन ने यात्रियों के परिजनों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि वे अपने परिजनों की जानकारी प्राप्त कर सकें।

प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की गई है।

पूरा राज्य शोक में डूबा

जैसलमेर के इस हादसे ने पूरे राजस्थान को स्तब्ध कर दिया है।

स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि मौके पर मौजूद हैं, जबकि सोशल मीडिया पर भी लोगों ने मृतकों के लिए संवेदनाएं व्यक्त की हैं।


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